आजादी के अमृत महोत्सव के काल में सुभाष चंद्र बोस की जयंती के अवसर पर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंडमान निकोबार के दीपू का नाम अब तक भारत के #21 परमवीर चक्र विजेताओं के नाम से करने की घोषणा की है यह उन वीर योद्धाओं का सम्मान देश की तरफ से दिया गया है अब अंडमान निकोबार दीप समूह के उन दीपों का नाम देश के जांबाज परमवीर चक्र विजेताओं के नाम से जाने जाएंगे अब तक उन दीपों के नाम गुलामी के प्रतीक के रूप में देखा जा रहा था सही मायने में जो नाम दिए गए हैं वह भारतीय सेना के अंडमान और निकोबार कमांड के हवाले से इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ द्वारा यह जानकर देकर बताया गया की एनएससी के सभी रैंक हमारे परमवीर चक्र विजेताओं के नाम पर किया गया है
परमवीर चक्र विजेताओं को मिला 21 दीप समूह नाम
नेताजी सुभाष चंद्र बोस के सम्मान में रखा गया नाम।
गौरतलब है कि देश की आजादी में अहम योगदान देने वाले नेताजी सुभाष चंद्र बोस के सम्मान में केंद्र सरकार द्वारा कल 23 जनवरी 2023 को प्रधानमंत्री मोदी द्वारा इन दीपू का नाम परमवीर चक्र विजेताओं के नाम से रखा गया है मोदी ने सुभाष चंद्र बोस के तिरंगा फहराने की 75 वीं वर्षगांठ के मौके पर रॉस आईलैंड का नाम बदलकर सुभाषचंद्र आईलैंड कर दिया था गौरतलब है कि सुभाष चंद्र बोस ने 1943 में पोर्ट ब्लेयर में तिरंगा फहराया था इसके साथ ही अन्य दीप नील आईलैंड और हैवलॉक आईलैंड का नाम बदलकर शहीद दीप और स्वराजदीप रख दिया था और इसी दिन या ₹75 का सिक्का और एक डाक टिकट भी जारी किया गया था क्योंकि सुभाष चंद्र बोस को सम्मान हाल ही में इंडिया गेट पर उनकी प्रतिमा लगाकर भी दिया गया था निश्चित रूप से गुलामी के प्रतीक धीरे-धीरे हटाकर उनके स्थान पर यह परिवर्तन स्वागत योग्य हैं
परमवीर चक्र विजेताओं वह उनके दीपों के नाम निम्नलिखित है।
परमवीर चक्र विजेताओं को मिला 21 दीप समूह नाम
आगे की दिशा।
निश्चित रूप से सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर देश को केंद्र सरकार ने बड़ा तोहफा दिया है सही मायने में गुलामी की जंजीरों को हटाते हुए 21 दीपों का नाम परमवीर चक्र विजेताओं के नाम से करने की घोषणा सराहनीय पहल है अंडमान निकोबार दीप समूह के वासियों के लिए भी भारतीय प्रधानमंत्री द्वारा नई सौगात दी गई है धीरे-धीरे देश के वीर जवानों को उनकी शहादत का सम्मान देश के द्वारा दिया जा रहा है यह काबिले तारीफ है RELETED LINK