ई-संजीवनी
- चर्चा में क्यों? ई-संजीवनी हाल ही में भारतीय सेना ने फैसला किया है कि उसके पूर्व डॉक्टर ‘ई-संजीवनी’ (e-Sanjeevani) टेलीमेडिसिन प्लेटफ़ॉर्म पर अपनी ओपीडी सेवाएँ देंगे।
प्रमुख बिन्दु
- हाल ही में सेना के पूर्व डॉक्टरों की ई-संजीवनी पर ओपीडी सेवा शुरू हुई है।
- दरअसल भारतीय सेना ने मेडिकल कोर के जिन पूर्व डॉक्टर्स को वापस ड्यूटी पर बुलाया है, वे अब आम नागरिकों को टेलीमेडिसिन सेवा के माध्यम से ऑनलाइन कंसल्टेशन देने का काम करेंगे। इसके लिए भारत सरकार के ‘ई-संजीवनी’ (e-Sanjeevani) टेलीमेडिसिन प्लेटफ़ॉर्म का उपयोग किया जाएगा।
- भारतीय सेना के इस कदम से कोविड-19 महामारी से उत्पन्न चुनौतियों से निपटने में मदद मिलेगी।
आखिर क्या है राइट टू हेल्थ बिल 2023
ई-संजीवनी
ई-संजीवनी क्या है?
- ई-संजीवनी एक वेब-आधारित व्यापक टेलीमेडिसिन सेवा है।
- ई-संजीवनी ग्रामीण क्षेत्रों और अलग-थलग पड़े समुदायों में विशेष स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच को जन-जन तक पहुंचाती है।
- ई-संजीवनी का उद्देश्य चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता बढ़ाने के अलावा, असमान वितरण और बुनियादी ढांचे की कमी के साथ-साथ मानव संसाधनों से संबंधित मुद्दों को संबोधित करते हुए, डिजिटल विभाजन को कम करके स्वास्थ्य सेवाओं को न्यायसंगत बनाना है।
- ई-संजीवनी प्लेटफॉर्म ने दो प्रकार की टेली-मेडिसिन सेवाओं को सक्षम बनाया है जैसे डॉक्टर-से-डॉक्टर (ई-संजीवनी) और रोगी-से-डॉक्टर (ई-संजीवनी ओपीडी) टेली-परामर्श।
ई-संजीवनी
ई-संजीवनी ओपीडी
- ई-संजीवनी ओपीडी भारत सरकार का प्रमुख टेलीमेडिसिन प्लेटफ़ॉर्म है जिसे सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ़ एडवांस कंप्यूटिंग (सी-डैक), मोहाली के तत्वावधान में विकसित किया गया है।
- यह प्लेटफॉर्म किसी भी भारतीय नागरिक को मुफ्त परामर्श प्रदान करता है।
- अब इस प्लेटफॉर्म पर सेना के पूर्व-डॉक्टर्स भी ऑनलाइन कंसल्टेशन की सेवा देंगे।
ई-संजीवनी
क्या होती है टेली-मेडिसिन सेवा?
- टेली-मेडिसिन एक ऐसी व्यवस्था है जिसमें चिकित्सा विशेषज्ञ वीडियो कोंफ्रेंस के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी सेवा प्रदान करते हैं।
- टेली-मेडिसिन में सूचना प्रौद्योगिकी के साथ चिकित्सा विज्ञान के सह-क्रियात्मक संकेन्द्रण से ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं को पहुंचाने का प्रयास किया जाता है।
RELETED LINK