छोटे बच्चों के लिए मोबाइल
छोटे बच्चों के लिए मोबाइल वर्तमान समय की भागदौड़ भरी जिंदगी में अक्सर हम बच्चों को समय नहीं दे पाते हैं और छोटे बच्चे जो अभी जिनकी उम्र 6 वर्ष से कम है जीवन का वह समय जिसमें छोटे बच्चों की किलकारियां आंगन में गूंजती है तो निश्चित रूप से सुखद अनुभूति होती है उसी समय से अपन लोग बच्चों को खुश रखने के लिए और उनको शांत रखने के लिए मोबाइल दे देते हैं यह हम शौक से उनको देते हैं लेकिन यह कितना खतरनाक है इसके परिणाम बाद में नजर आते हैं एक शोध के अनुसार जिसमें न्यूरोसाइकोलॉजिस्ट ब्रेन इंजरी एक्सपर्ट डॉक्टर अलवारा बिलबाओ ने शोध में यह पाया की की छोटी उम्र में बच्चा अगर स्क्रीन के सामने आता है और स्क्रीन का उपयोग करता है तो वह चिड़चिड़ा हो जाता है उनकी एकाग्रता भंग होती है और उनकी याददाश्त कमजोर हो जाती है और जिस समय बच्चे का मानसिक विकास होना चाहिए उस समय वह स्क्रीन के प्रभाव से उनका मानसिक विकास अवरुद्ध हो जाता है बच्चों में कई प्रकार से इस प्रकार के भाव आने लग जाते हैं कि जब तक उनको स्क्रीन नहीं दिखाई जाती है तब वह बेचैन रहने लग जाते हैं छोटे बच्चों में अटेंशन डिफिसिट डिसऑर्डर डिप्रेशन एडिक्शन जैसी समस्याएं पैदा हो जाती है और इसका प्रभाव बच्चों के व्यक्तित्व पर पड़ता है जिससे उनका भावात्मक और क्रियात्मक पक्ष प्रभावित होता है साथ ही माता पिता बच्चों को आसानी से मोबाइल इस्तेमाल के लिए दे रहे हैं वह यह सोचते हैं कि बच्चा मोबाइल पर खुश रहेगा लेकिन वही खुशी उनके लिए आने वाले समय में एक बड़ी समस्या का कारण बनती है यह समस्या वैसी है जैसे किसी बच्चे को 800 सीसी की मोटर बाइक देना जैसे खतरनाक होगा जिसने भी चलना सीखा है सोचो उन के लिए कितना खतरनाक होगा तो माता-पिता को सोचना चाहिए
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छोटे बच्चों के लिए मोबाइल
स्क्रीन से बच्चों को दूर कैसे कर सकते हैं।
बच्चों का बचपन एक ऐसा समय होता है जब माता-पिता को उनके साथ समय बिताकर उनकी छोटी-छोटी वस्तु जो अपेक्षित होती है प्रदान करनी चाहिए साथ ही खेलने के लिए उनको पर्याप्त समय देना चाहिए बच्चे कभी बोर नहीं हो तो आपको भी उनके साथ कुछ खेलों में हिस्सा लेना चाहिए साथ ही उनको छोटे-छोटे टास्क बच्चों को प्रदान कीजिए बच्चों से ढेर सारी बातें कीजिए उन्हें कहानियां सुनाइए उनको हम उम्र के बच्चों से मिलने दीजिए और साथ में मिट्टी के खिलौने और छोटी-छोटी उनकी आवश्यकताओं की पूर्ति कीजिए ताकि वह बच्चा क्रिएटिव बन सके और स्क्रीन से दूर रह सके उनको बचपन की जिंदगी को जीने दीजिए ताकि आने वाले समय में उनका सर्वांगीण विकास हो सके आप अपने व्यवस्था के अनुसार कुछ समय निकालकर बच्चों के साथ बिताना चाहिए जिसे निश्चित रूप से वह बच्चे स्क्रीन से दूर रहने लग जाएंगे साथ ही बच्चों के सामने आप मोबाइल का इस्तेमाल जरूरत पड़ने पर ही करना चाहिए ताकि उनको भी नहीं लगे हमारे माता पिता मोबाइल का इस्तेमाल कर रहे हैं क्योंकि बच्चे हमेशा अनुसरण करते हैं। इसलिए छोटे बच्चे कच्चे मटके के समान होते हैं जिनको किसी भी आकार में परिवर्तित किया जा सकता है और इसलिए हम उनको स्क्रीन दूर रखकर हम उनका बचपन लौटा सकते हैं RELATED LINK