जम्मू कश्मीर के टूरिस्ट पैलेस
जम्मू कश्मीर के टूरिस्ट पैलेस भारत का एकमात्र ऐसा राज्य इसको धरती का स्वर्ग कहा जाता है या जन्नत कहा जाता है हम बात कर रहे हैं जम्मू कश्मीर की ,जम्मू कश्मीर पर्यटन की दृष्टि से धरती का स्वर्ग है जहां देश और विदेश से लाखों सैलानी प्रतिवर्ष कश्मीर की सैर पर निकलते हैं कश्मीर अपने आप में बहुत सुंदर प्रदेश है जहां हरे भरे पहाड़ नजर आएंगे खूबसूरत नदियां मिलेगी खूबसूरत झरने मिलेंगे खूबसूरत केसर के खेत मिलेंगे और खूबसूरत बर्फीली चोटियां मिलेगी देखा जाए तो विभिन्न रूपों में कश्मीर अपने आप में बहुत सुंदर प्रदेश है हालांकि यहां पहले आतंकवादियों का प्रभाव रहा है लेकिन अब स्थिति सामान्य है
सोनमर्ग टूरिस्ट पैलेस
पर्यटन की दृष्टि से आज हम बात करेंगे सोनमर्ग की जो कश्मीर से या श्रीनगर से लगभग 85 किलोमीटर दूर है और समुद्र तल से लगभग 2900मीटर श्रीनगर से जब हम लेह लद्दाख की तरफ जाते हैं तो रास्ते में सोनमर्ग आता है जब हम श्रीनगर से निकलते हैं तो बाहर से ही हमें यहां छोटे छोटे कस्बे नजर आते हैं जिनमें सुंदर छोटे छोटे मकान बने हुए हैं खूबसूरत लकड़ियों की डिजाइन से मकानों को बनाया गया है छोटी-छोटी खेत नजर आते हैं और यहां मकान बनाते समय छत को ढलान की तरह बनाते हैं ताकि बर्फबारी होने पर छत से नीचे बर्फ गिरती रहे हां से निकलते ही गादरबल का इलाका आता है जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला हमेशा चुनाव लड़ते थे उनके बाद इनके सुपुत्र उसके बाद उनके सुपुत्र उमर अब्दुल्ला चुनाव लड़ते थे जैसी हम इस इलाके से हैं बाहर निकलते हैं हम सिंधु नदी से रूबरू होते हैं सिंधु नदी मानो अपने पूर्ण वेग के साथ बह रही है
जम्मू कश्मीर के टूरिस्ट
खूबसूरत संगीत को समाए हुए ,पानी की तेज लहरें ,खूबसूरत तटीय कटाव देखने को मिलता है पानी प्रचुर मात्रा में है तो यहां फसलें भी अच्छी होती है चावल खूब पैदा होता है साथ ही यहां सेव के बागान आपको मिलेंगे जब मैं सिंधु नदी के पास पहुंचा तो वहां पास में ही बने होटल मैं थोड़ी देर के लिए रुका चाय पानी नाश्ता करने के बाद मैं कुछ देर के लिए सिंधु नदी के पास आकर बैठ गया वहां अजीब शांति और सुकून मिला दूर-दूर तक खेत नजर आ रहे थे उसके बाद हमने आगे बढ़ना शुरू किया सोनमर्ग से पहले खूबसूरत रास्ता जिसमें देवदार के घने पेड़ों से लदे हुई पहाड़ियां साथ ही सीढ़ीनुमा खेत वहां के रहने वाले लोगों के मकान दी खूबसूरती का एहसास करा रहे थे जैसे-जैसे आगे बढ़ रहे थे वैसे वैसे रास्ता और अधिक खूबसूरत हो रहा था जब हम सोनमर्ग के पास पहुंचे तो वहां पर्यटकों की संख्या काफी अच्छी खासी थी अपने आप ही घूमने के लिए खच्चर की सहायता ले सकते हैं या आप पैदल ट्रैकिंग कर सकते हैं दोनों ही अपने आप में खूबसूरत एहसास है लेकिन हमने जाते समय खच्चर की सहायता ली और वापसी के समय ट्रेकिंग के सारे हम सोनमर्ग पहुंचे ,सोनमर्ग में हमें वह स्थान भी मिला जहां अक्सर फिल्मों की शूटिंग होती है साथ ही खूबसूरत बर्फीली चोटियों से भी रूबरू हुए साथ ही घास के मैदान देखें और सुंदर झरने का आनंद लेते हुए वहां बैठे-बैठे हमने खाने का लुफ्त उठाया। जब सूर्य पहाड़ों के पीछे से निकलता है तो वह दर से देखने लायक होता है साथ ही उस नजारे को देखने के लिए हजारों पर्यटक सोनमर्ग आते हैं सोनमर्ग के आसपास खूब ऐसी जगह है जहां आप कुछ दिन बिता सकते हैं आप उन जगहों पर ट्रैकिंग की सहायता से जा सकते हैं और सोनमर्ग की हसीन घाटी सोनमर्ग का हसीन दर्रा आदि है सोनमर्ग आगे चलने पर बालटाल कस्बा स्थित है यह वही कस्बा है
जम्मू कश्मीर के टूरिस्ट
International Workers Day
जहां से अमरनाथ की यात्रा शुरू होती है यह सोनमर्ग से 15 किलोमीटर दूर है उसी रास्ते पर स्थित है जिस रास्ते से हम ले लद्दाख जाते हैं बालटाल खूबसूरत गांव है जहां कम दूरी के माध्यम से हम अमरनाथ पहुंच सकते हैं यहां देखने पर खूबसूरत पहाड़ खूबसूरत हरियाली आपका मनमोहक लेती है हमने बालटाल में भी समय व्यतीत किया इससे आगे चलते हैं तो अमरनाथ पहुंच सकते हैं लेकिन वहां ट्रैकिंग की सहायता से या खच्चर की सहायता से हेलीकॉप्टर के माध्यम से भी पहुंचा जा सकता है लेकिन आप ट्रैकिंग की सहायता से जाओगे तो सफर बहुत सुहाना रहेगा जब हम इस रास्ते से आगे निकले तो हमें सबसे खतरनाक दर्रे को पार करना था मानो ऐसा लग रहा था कि यह चोटियां कैसे हम पार कर पाएंगे क्योंकि एकदम कड़ी चढ़ाई सकड़े रास्ते कच्चे पहाड़ और कच्ची सड़क जो अपने आप में बहुत खतरनाक है हम इसकी चर्चा आगे करेंगे
सोनमर्ग पहुंचने का माध्यम।
श्रीनगर से सोनमर्ग पहुंचने के लिए आपको बस का सहारा लेना पड़ेगा यह आपको टैक्सी करनी पड़ेगी या आप स्वयं की गाड़ी से श्रीनगर से सोनमर्ग पहुंच सकते हैं दूसरा श्रीनगर तक आपको हवाई जहाज के माध्यम से बस के माध्यम से और रेलवे लाइन जिसका कार्य चल रहा है अभी जब इसका पूर्ण हो जाएगा तो रेल मार्ग से भी आप श्रीनगर पहुंच सकते हैं। हर पर्यटक जो श्रीनगर आता है वह निश्चित रूप से सोनमर्ग जरुर जाता है क्योंकि श्रीनगर के पास स्थिति सोनमर्ग काफी महत्वपूर्ण पर्यटक स्थल है सोनमर्ग 20 अप्रैल से नवंबर के बीच जा सकते हैं इस समय मौसम बहुत सुहाना रहता है अप्रैल में आपको ताजा बर्फ मिल जायेगी वहा आपको बर्फ से ढके पहाड़ नज़र आयेंगे और घास के मैदान मिलेंगे।
जम्मू कश्मीर के टूरिस्ट
सोनमर्ग में खाने का स्वाद।
सोनमर्ग भी जम्मू कश्मीर का एक हिस्सा है यहां कश्मीरी व्यंजनों का स्वाद ले सकते हैं कश्मीर में मसालों का उत्पादन भी होता है जिसमें शॉप इलायची अदरक केसर दालचीनी और लॉन्ग आधी मसालों का आनंद ले सकते हैं यहां सेब के बागान खूब है उनका भी आप आनंद ले सकते हैं तो आप सोनमर्ग आ सकते हैं और वहां के पर्यटक स्थलों का आनंद ले सकते हैं।