बद्रीनाथ में भी दरार
बद्रीनाथ में भी दरार उत्तराखंड से लगातार देवभूमि उत्तराखंड से लगातार एक के बाद एक ऐसी घटनाएं घटित हो रही है जिससे लोग चिंतित हो रहे हैं पहले जोशीमठ में दरारें आने के बाद लोगों के बीच नया संकट उत्पन्न हो गया था कि अब जोशीमठ का क्या होगा अब बद्रीनाथ से भी ऐसी खबर आ रही है बद्रीनाथ में भी दरारें आ रही है और बद्रीनाथ के बाजार में जमीन नीचे धस रही है जिसके कारण वहां से कुछ दुकानों को हटाया गया है लेकिन यात्रा पर किसी तरह का कोई खतरा नहीं है और लोगों का कहना है कि बद्रीनाथ में जो घटना घटित हो रही है उसके पीछे 424 करोड रुपए की लागत से जो मास्टर प्लान के तहत इमारतों में तोड़फोड़ हो रही थी उसके कारण जमीन एक फुट नीचे धंस गई है गौरतलब है कि अलकनंदा रिवर फ्रंट का निर्माण कार्य चल रहा है और उसी विकास कार्य के कारण नदी के तट पर जो दीवार सुरक्षा के लिए खड़ी होने थी वह कंपनी ने सही समय पर खड़ी नहीं की जिसके कारण लगातार कंपन होने के कारण जमीन धस रही है मंदिर कमेटी के अनुसार आपदा प्रबंधन की टीम ने वहां का दौरा किया है और कहा है कि इसे लेकर चार धाम यात्रा पर कोई संकट नहीं है और यह प्रभावित क्षेत्र यात्रा मार्ग पर भी नहीं है इसलिए चार धाम यात्रा करने वाले लोगों के लिए किसी भी प्रकार से कोई समस्या नहीं आने वाली।
बद्रीनाथ में भी दरार
भू वैज्ञानिकों का इन दरारों को लेकर क्या कहना है।
भूगर्भ वैज्ञानिक प्रोफेसर एसपी सती का कहना है किस शहर में मास्टर प्लान जो लागू किया गया है उसी की वजह से जगह-जगह खुदाई का कार्य चल रहा है और उसके दौरान जो गड्ढों का निर्माण हो रहा है उसमें पानी का रिसाव भी हो रहा है जिससे जमीन धंसने का कारण माना जा सकता है इस समस्या को रोकने के लिए सुरक्षा दीवार का निर्माण जल्द से जल्द होना चाहिए ताकि समस्या को रोका जा सके।
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बद्रीनाथ में कौन सा क्षेत्र प्रभावित है।
बद्रीनाथ के मुख्य बाजार में पंच भैया मोहल्ला सबसे अधिक प्रभावित हुआ है और इसलिए यहां की आवाजाही को रोका गया है इससे सटे नारायणपुरी बाजार से भी काफी दुकानों को हटा दिया गया है साथी बामणी गांव के जहां से पैदल मार्ग गुजरता है वहां भी हल्की दरारें आई है चमोली के जिला कलेक्टर ने भी वहां का दौरा किया है और व्यवस्थाओं का जायजा लिया और किसी भी प्रकार से यात्रा को लेकर कोई खतरा नहीं है इसके लिए आश्वस्त किया है वहां के लोगों का लगातार कहना है कि जो मास्टर प्लान लागू किया गया है उसी की वजह से यह घटनाएं घटित हो रही है तो संबंधित कंपनियों को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है कहीं जोशीमठ की स्थिति उत्पन्न नहीं हो जाए। उधर नैनीताल मार्ग में भी कुछ इस प्रकार की घटनाएं घटित हुई है जाम मॉल रोड टिफिन टॉप और नैना पीक में भी यह घटना हुई है लगातार राज्य सरकार इस पर निगरानी कर रही है वहां के अधिकारी मौके पर जाकर स्थिति का जायजा लिया है और किसी भी तरह स्थानीय लोगों को घबराने की आवश्यकता नहीं है जो अलकनंदा रिवर फ्रंट पर जो कार्य हो रहा है उसी की वजह से यह घटनाएं घटित हो रही है इसलिए अफवाह पर ध्यान नहीं दें कंपनी को भी आदेश दिया गया है की सुरक्षात्मक जो दीवार बन रही है उसका जल्दी से जल्दी निर्माण किया जाए।
बद्रीनाथ में भी दरार
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