सुर्खियों में क्यों?
हाल ही में उत्तरी अटलांटिक संधि परिषद (नाटो) ने यूरोप में अपना सबसे बड़ा सैन्य अभ्यास, स्टीडफ़ास्ट डिफेंडर 2024 शुरू किया है।
- स्टीडफ़ास्ट डिफेंडर – यह एक सैन्य अभ्यास है जिसमें नाटो द्वारा नागरिक-सैन्य सहयोग को बढ़ाने के लिए भूमि, वायु, समुद्र, साइबर और अंतरिक्ष संचालन शामिल है।
- यह शीत युद्ध के बाद नाटो द्वारा आयोजित सबसे बड़ा अभ्यास है।
स्टीडफ़ास्ट डिफेंडर 24 के समान अंतिम अभ्यास REFORGER 88 था। |
स्टीडफ़ास्ट डिफ़ेंडर 2024
- उद्देश्य – यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के आलोक में अमेरिकी सेना अपनी सामूहिक सैन्य शक्ति और अपने यूरोपीय सदस्यों की सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता को उजागर करना।
- चरण – उत्तरी अमेरिकी सैनिक अटलांटिक को पार करते हुए पूरे यूरोप में घूमते हुए यूरोपीय बलों के साथ अभ्यास करेगी।
- पहला भाग – अटलांटिक को आर्कटिक तक सुरक्षित करने पर केंद्रित है
- दूसरा भाग – इसके अंतर्गत पूरे यूरोप में उत्तर से मध्य और पूर्वी यूरोप तक सैनिकों को स्थानांतरित करने पर केंद्रित है
- प्रतिभागी – इसमें 31 नाटो सहयोगियों के साथ-साथ विशेष आमंत्रित स्वीडन के 90,000 से अधिक सैनिक अभ्यास में भाग लेंगे।
रूसी एक्सक्लेव कैलिनिनग्राद यूरोपीय संघ और नाटो के सदस्यों लिथुआनिया और पोलैंड के बीच स्थित है, और यह रूस के बाल्टिक सागर बेड़े का मुख्यालय और देश का एकमात्र बर्फ मुक्त यूरोपीय बंदरगाह भी है। |
स्टीडफ़ास्ट डिफ़ेंडर 2024
उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) • नाटो 31 देशों का एक ट्रान्सअटलांटिक सैन्य गठबंधन है जिसमें अधिकांश सदस्य यूरोप से हैं। • स्वीडन 32वें सदस्य के रूप में नाटो में शामिल होने के लिए तैयार है। • भारत नाटो का सदस्य नहीं है। • इसकी स्थापना वर्ष 1949 में सोवियत संघ के खिलाफ सामूहिक सुरक्षा के रूप में की गई थी। • मुख्यालय ब्रुसेल्स, बेल्जियम में है। • नाटो प्लस – इस सुरक्षा व्यवस्था में नाटो और अमेरिका के पांच संधि सहयोगियों ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, जापान, इज़राइल और दक्षिण कोरिया शामिल हैं। |
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